https://pagead2.googlesyndication.com/pag
link rel="stylesheet" href="https://cdnjs.cloudflare.com/ajax/libs/font-awesome/6.0.0-beta3/css/all.min.css">
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

New Liquor Policy: होटल, बार में हेरिटेज मदिरा रखना होगा अनिवार्य, घर में भी रख सकेंगे महुआ की शराब।

New Liquor Policy: होटल, बार में हेरिटेज मदिरा रखना होगा अनिवार्य, घर में भी रख सकेंगे महुआ की शराब।

प्रदेश सरकार ने आबकारी नीति में परिवर्तन कर हेरिटेज मदिरा को बार के मेन्यू में अनिवार्य करने और घर में चार बोतल रखने की अनुमति देने का निर्णय लिया है। महुआ के फूल से बनी इस मदिरा को जनजातियों द्वारा निर्मित किया जाता है। यह नीति उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा की अध्यक्षता में बनी समिति द्वारा स्वीकृत की गई है और अधिसूचना जल्द जारी होगी।

New Liquor Policy: होटल, बार में हेरिटेज मदिरा रखना होगा अनिवार्य, घर में भी रख सकेंगे महुआ की शराब।
New Liquor Policy: होटल, बार में हेरिटेज मदिरा रखना होगा अनिवार्य, घर में भी रख सकेंगे महुआ की शराब।

      Highlights

  • बार के मेन्यू में हेरिटेज मदिरा रखना अनिवार्य
  • घर में चार बोतल हेरिटेज मदिरा रखने की छूट
  • महुआ के फूल से बनती है हेरिटेज मदिरा

राज्य ब्यूरो, दुनियाजगत डॉट इन, भोपाल: प्रदेश सरकार आबकारी नीति में परिवर्तन कर हेरिटेज मदिरा बार में रखना अनिवार्य किया जाएगा। बार के मेन्यू में भी इसका उल्लेख करना होगा। घर में भी हेरिटेज मदिरा रखने की छूट रहेगी। उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा की अध्यक्षता में बनी मंत्रिमंडलीय समिति में यह आबकारी नीति में यह प्रविधान करने पर सहमति बन गई है। जल्द ही इसकी अधिसूचना जारी की जाएगी।

महुआ के फूल से बनी हेरिटेज मदिरा

प्रदेश में महुआ के फूल से बनने वाली हेरिटेज मदिरा को पहचान दिलाने के लिए आबकारी नीति के अंतर्गत वर्ष 2022 में नियम बनाए गए हैं। इसका उत्पादन केवल जनजातियों के लिए अधिसूचित क्षेत्रों में और केवल जनजातियों के स्व सहायता समूह द्वारा ही किया जा सकता है। विनिर्माण इकाई के परिसर में विक्रय के लिए दुकान भी खोली जा सकती है। अब विस्तार देने का निर्णय लिया गया है।

होटल बार में रखना अनिवार्य

मंत्रिमंडलीय समिति में सहमति बनी है कि हेरिटेज मदिरा को प्रत्येक होटल बार में रखना अनिवार्य होगा। दो पेटी मदिरा रखी जा सकेगी। इतना ही नहीं बार के मेन्यू में भी इसकी उपलब्धता का उल्लेख करना होगा। घर पर भी चार बोतल हेरिटेज मदिरा रखी जा सकेगी।

जनजातीय समुदाय द्वारा निर्माण

आबकारी विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जनजातीय समुदाय द्वारा बनाई जाने वाली महुआ के फूल से मदिरा की अपनी अलग पहचान है। इसकी उपलब्धता सीमित है। अभी उत्पादन सीमित हो रहा है पर नई इकाइयां आगे आ रही हैं। अभी डिंडोरी और आलीराजपुर में दो स्वयं सहायता समूहों को उत्पादन के लिए छूट दी गई है। हेरिटेज मदिरा पर सरकार कोई शुल्क नहीं लेती है।

Home page-http://Duniyajagat.in

https://chat.whatsapp.com/L50k0RNQZmC10nmziE0wLuhttps://www.instagram.com/duniyajagat.in?igsh=MWRxODc3MXdjaHNjaQ%3D%3D&utm_source=qrhttps://t.me/duniyajagat

Sharing Is Caring:

Leave a Comment