Balodabazar violence: sp and collector suspended: बलौदाबाजार हिंसा मामले में बड़ी कार्रवाई, तत्कालीन कलेक्टर और एसपी सस्पेंड, आदेश जारी।
अविजीत वानी ✍️
14 जून 2024
Balodabazar news: छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में हुई हिंसा मामले में तत्कालीन कलेक्टर कुमार लाल चौहान व एसपी सदानंद कुमार पर राज्य सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है। राज्य सरकार ने दोनों अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। इस संबंध में सामान्य प्रशासन और गृह विभाग ने आदेश जारी कर दिया है।सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि तत्कालीन बलौदाबाजार कलेक्टर कुमार लाल चौहान के खिलाफ अभी अनुशासनात्मक कार्रवाई विचाराधीन है। उन्हें अखिल भारतीय सेवा नियम 1969 के नियम-3 के तहत निलंबित किया जाता है। निलंबित अवधि में उनकी पोस्टिंग मंत्रालय में रहेगी। इसी तरह गृह विभाग ने अपने आदेश में इसी नियम का जिक्र किया है। निलंबन अवधि में उनकी पोस्टिंग पुलिस मुख्यालय में रहेगी।बता दें कि कुछ दिन पहले बलौदाबाजार में एक बड़ी हिंसा हुई थी। उपद्रवियों ने कलेक्टर और एसपी ऑफिस को आग के हवाले कर दिया था। इसके बाद राज्य सरकार ने दोनों अधिकारियों को हटा दिया था।
छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में बीते दिन हुई आगजनी की घटना के बाद पुलिस एक्शन मोड में है। गुरुवार को आगजनी के मामले में 39 और लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले 82 लोगों की गिरफ्तारी की गई थी। इस तरह से इस मामले में अब तक 121 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। इस मामले में विभिन्न धाराओं के तहत कुल अलग अलग आठ प्राथमिकी दर्ज की गयी हैं। पुलिस उपद्रवियों के छिपने के ठिकानों में लगातार दबिश दे रही है। वहीं धरना प्रदर्शन का आयोजन करने वाले आरोपियों के विरुद्ध थाना सिटी कोतवाली में धारा 147,148,149,186,353, 332,307,435, 120B, 427, 435 भादवि, सार्वजनिक संपत्ति निवारण अधिनियम 1984 की धारा 3, 4 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बलौदाबाजार में हुई हिंसा मामले में गुरुवार देर रात राज्य सरकार ने तत्कालीन कलेक्टर और एसपी को निलंबित कर दिया है। दो दिन पहले ही दोनों अफसरों को हटाकर नए अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई थी।
इससे पहले दोपहर में कांग्रेस की 7 सदस्यीय जांच टीम घटना स्थल पर पहुंची। इस दौरान टीम के संयोजक और पूर्व मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया ने कहा कि, जैतखाम को क्षतिग्रस्त किया गया, तब FIR भी नहीं हुई।
समाज के लोग जांच और कार्रवाई की मांग कर रहे थे, लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया। अगर पहले ही जांच के लिए कमेटी का गठन कर दिया जाता तो इतनी बड़ी घटना नहीं होती। इससे पहले नेताओं ने सतनामी समाज के धार्मिक स्थल गिरौदपुरी पहुंचकर अमर गुफा में पूजा-अर्चना की।
जांच टीम में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत, पूर्व सीएम भूपेश बघेल के साथ कई वरिष्ठ नेता और सभी विधायक शामिल हैं।
रायपुर से निकलने के दौरान भी डहरिया ने कहा था कि औरंगजेब से ज्यादा BJP ने सतनामी समाज को प्रताड़ित किया है। भाजपा हमेशा से ही हमारे सतनामी समाज के खिलाफ रही।
वहीं दूसरी ओर BJP ने इस अराजकता के पीछे फिर कांग्रेस का हाथ होने की बात कही है। BJP के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने कहा कि, कांग्रेस हिंसा पर सस्ती और ओछी राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि साजिशकर्ताओं ने सतनामी समाज को मोहरा बनाया और अपने राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति की।
इससे पहले सरकार के आरोप के बाद पूर्व मंत्री गुरु रूद्र कुमार ने कहा कि, तीन-तीन मंत्रियों ने मुझ पर षड्यंत्र करने का आरोप लगाया है, इसलिए मैं खुद गिरफ्तारी देने आया हूं। उन्होंने कहा कि, मंत्री माफी मांगे, नहीं तो मानहानि का केस करूंगा। रुद्र गुरु बुधवार को गिरफ्तारी देने के लिए रायपुर एसएसपी दफ्तर पहुंचे थे।
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AVIJEET WANI ⚜️
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